मध्य रेलवे की ओर से अपराध पर लगाम कसने के लिए चेहरा पहचानने की एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. ये तकनीक सैकड़ों की भीड़ में भी आरोपियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द पकड़वाने में मदद करेगी. इस तकनीक को सबसे पहले मुंबई के घाटकोपर स्टेशन पर पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा.