Karbala Exclusive Report: मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन को यजीद नाम के शासक ने तीन दिन तक भूखा प्यासा रख कर करबला में शहीद कर दिया था, जिसमें उनके साथ 71 साथी और थे. साथ ही एक 6 महीने का बच्चा अली असगर भी था, उनकी याद में हर साल Arbaeen में दुनिया भर से हर धर्म के लोग करबला जाते हैं, जहां Najaf शहर से करबला यानी 80 किमी पैदल चलकर वो इमाम हुसैन को याद करते हैं, इस साल भी 2 करोड़ 20 लाख से ज़्यादा लोगों के आने का आंकड़ा बताया जा रहा है, हमारे संवाददाता अली अब्बास नकवी (Ali Abbas Naqvi) ने उसी 80 किमी के सफर को तय किया, देखिए खास रिपोर्ट.