मंगलवार को म्यांमार की नेता आंग सांग सू ची ने कहा था हिंसा पर उन्हें दुख है और अगर शरणार्थी वापस आना चाहें तो उनकी जांच के बाद उन्हें वापस लिया जा सकता है. वह इस बात का भी पता लगाएंगी कि रोहिंग्या देश छोड़ कर क्यों भाग रहे हैं. लेकिन ज़मीनी हक़ीक़त क्या है? म्यांमार से रोहिंग्या शरणार्थियों का भागना जारी है. जो लोग बांग्लादेश में हैं वो वापस अपने घर जाना तो चाहते हैं, लेकिन उनके घर बचे ही कहां हैं फिर उन्हें ये भरोसा भी नहीं कि उनपर हमले दोबारा नहीं होंगे.