हाल ही में शपथ लेने वाले मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया पर यूनिवर्सिटी की मार्कशीट में जालसाज़ी का मामला चल सकता है। वर्ष 2010 में उनके विरोधी बसपा उम्मीदवार ने उनके खिलाफ जालसाजी और बेईमानी की शिकायत दर्ज करवाई थी, और आरोप लगाया था कि कठेरिया ने अपनी बीए सेकंड ईयर और एमए फाइनल की मार्कशीट में जालसाजी की, ताकि आगरा विश्वविद्यालय में लेक्चरर की नौकरी मिल सके। हालांकि राज्यमंत्री का दावा है कि यह पूरा मामला राजनीतिक और बोगस है, और उन्होंने राज्य के शिक्षा विभाग की जांच में क्लीन चिट मिलने का भी दावा किया।