Nagpur Violence: मुगल शासक औरंगजेब (Aurangzeb) को लेकर उठीं नफरत की लपटों में सोमवार रात सेंट्रल नागपुर झुलस गया. क्या यह एक सोची समझी साजिश थी? ये सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि वहां पत्थरों का ढेर मिला है. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के विरोध प्रदर्शन के बीच एक अफवाह से फैली और हिंसा में दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया. दर्जन गाड़ियां स्वाहा कर दी गईं. हाथों में पत्थर लिए भीड़ ने पुलिस को भी नहीं बख्शा. स्थानीय लोगों का कहना है कि उपद्रवी घर के अंदर तक घुसे और तोड़फोड़ की. गाड़ियों को जला दिया गया. नागपुर में हुई इस हिंसा के लिए जिम्मेदार कौन है? औरंगजेब को लेकर जारी तनाव की आड़ में क्या जानबूझकर चिंगारी को भड़काया गया? इस पर सियासत गर्म है. शिवसेना और बीजेपी नेता इसे सुनियोजित साजिश बता रहे हैं. महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि औरंगजेब का समर्थन करने वाले देशद्रोही हैं, उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा.