राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने रविवार को भारत की कुल प्रजनन दर यानी टोटल फर्टिलिटी रेट (TFR) पर बड़ी बात कही. उन्होंने भारतीयों से तीन बच्चे पैदा करने की अपील करते हुए कहा है कि देश के फर्टिलिटी रेट को 2.1 के बजाए कम से कम 3 होना चाहिए. संघ प्रमुख ने कहा कि जनसंख्या नीति में भी कहा गया है कि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए. समाज की कुल प्रजनन दर 2.1 से नीचे जाती है, तो यह विलुप्त होने के कगार पर पहुंच सकता है. प्रजनन दर को लेकर मोहन भागवत के बयान के बाद एक नई बहस शुरू हो गई है. सियासी बयानबाजी भी खूब हो रही है. क्या वाकई भारत का 'भविष्य' खतरे में है?