लगन हो तो ख्वाब पूरे होते हैं. देवरिया जिले के एक गांव में बेहद गरीब परिवार की बेटी मान्या सिंह मिस इंडिया रनर अप (Miss India runner up Manya Singh) चुनी गई हैं. ऑटोरिक्शा चालक की बेटी मान्या ने गरीबी के कारण बर्तन तक धोए हैं. मां के गहने बेचकर उनकी पढ़ाई पूरी की गई. खाने-पीने के पैसे न होने के बावजूद मान्या का कहना है कि मुंबई (Mjumbai) आकर उन्हें सपने पूरे करने थे. मान्या ने पिज्जा हट में भी काम किया. कॉल सेंटर में भी जॉब कर उन्होंने अपनेआप को निखारा और कामयाबी के इस शिखर तक जा पहुंचीं.