समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ने के बाद मायावती ने अखिलेश यादव पर पहली बार बड़ा हमला बोला है. मायावती ने आरोप लगाया है कि अखिलेश, चुनाव में गठबंधन की हार के बाद उन्हें तवज्जो नहीं दे रहे थे, उन्हें फ़ोन तक नहीं कर रहे थे. साथ ही उन्होंने इल्ज़ाम लगाया है कि अखिलेश यादव चाहते थे कि चुनाव में बीएसपी कोटे से कम तादाद में मुसलमानों को टिकट दिया जाए. माया का ये कहना है कि ऐसा अखिलेश इसलिए चाहते थे क्योंकि उन्हें ध्रुवीकरण का डर था. माया ने आरोपों की झड़ी लगाते हुए कुछ पुरानी बातें भी उठाई हैं. साथ ही अखिलेश सरकार के रवैए और उस दौरान ग़ैर यादव अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ नाइंसाफ़ी का भी ज़िक्र किया है.