महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन का मसला सुलग रहा है. यह मामला हिंसक हो गया है. इस बारे में एनडीटीवी के साथ बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि 1902 में छत्रपति साहूजी महाराज ने पहली बार कोल्हापुर स्टेट में 50 प्रतिशत नौकरियों में आरक्षण दिया था, जिसमें मराठा समुदाय को बैकवर्ड माना गया था. उन्होंने कहा कि लोगों के मन में भावना है कि सरकार की तरफ से न्याय नहीं मिल रहा है.