राजनीति में कम ही लोग ऐसे रह गए हैं, जिनकी खुले दिल से तारीफ़ करने में कोई नहीं हिचकिचाता... चाहे वो किसी पार्टी का हो या किसी वर्ग का... ऐसे ही थे मनोहर पर्रिकर जो कल तक गोवा के मुख्यमंत्री रहे... रविवार शाम उनका देहांत हो गया... लगभग एक साल से वो एक जानलेवा बीमारी पैनक्रियाज़ के कैंसर से जूझ रहे थे... इलाज के लिए वो विदेश भी गए लेकिन मौत को बस कुछ महीने ही आगे धकेल पाए... ये बीमारी है ही इतनी ख़तरनाक... पैनक्रियाज़ के कैंसर का अभी तक दुनिया में कोई पुख़्ता इलाज ईजाद नहीं हो पाया है... 63 साल की उम्र में मनोहर पर्रिकर भी इस बीमारी से हार गए... वो अपने पीछे दो बेटों को छोड़ गए हैं... उनकी पत्नी का निधन 2001 में ही हो गया था..