ममता बनर्जी पहले पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आने का मन बना रही थीं, लेकिन जब उनको पता चला कि बीजेपी उन पर राजनीतिक हिंसा का इल्ज़ाम लगा रही है और ऐसी हिंसा के पीड़ित परिवारों को भी शपथ ग्रहण समारोह में ले जा रही है तो उन्होंने जाने के इनकार कर दिया. ममता ने आरोप लगाया कि बीजेपी के गुंडे उनके लोगों को डरा-धमका रहे हैं.