मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखकर आदेश दिया है कि विधानसभा का सत्र 16 मार्च, 2020 को प्रातः 11 बजे प्रारंभ होगा और उनके अभिभाषण के तत्काल बाद एकमात्र कार्य विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा. विश्वासमत मत विभाजन के आधार पर बटन दबाकर ही होगा और अन्य किसी तरीके से नहीं किया जाएगा. लेकिन उनके इस पत्र से दो सवाल खड़े हो गए हैं. पहला कि क्या क्या राज्यपाल विधानसभा अध्यक्ष को निर्देश दे सकता है कि सदन की कार्यवाही किस तरह हो? वहीं दूसरा सवाल यह है कि जब राज्यपाल कह रहे हैं कि पहली नजर में लगता है कि कमलनाथ सरकार ने विश्वास खो दिया है तो फिर वे इस सरकार का अभिभाषण क्यों पढ़ रहे हैं?