हमारे देश में हर किसी को बोलने की आज़ादी है. और हमारी अदालतों ने हमारे इस हक का भरपूर संरक्षण भी किया है. लेकिन अगर आपके बोल दूसरे के लिए खतरा बन जाएं या फिर दूसरों के ख़िलाफ नफरत फैलाएं तो फिर आपकी बोलने की आज़ादी की सीमाएं बंध जाती हैं. हमारे देश में पिछले कुछ दिनों में बहुत लोगों को अपने तीखे बोल के चलते क़ानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा.