एनडीटीवी यूथ फॉर चेंज कार्यक्रम में शामिल हुईं कंगना रनोट ने बताया कि जिस वक्त उन्होंने इंडस्ट्री में कदम रखा था, तब रीजनल चीजों को अहमियत नहीं दी जाती थी. 10 साल पहले बॉलीवुड में इंग्लिश और फ्रेंच का बोलबाला था. कंगना बताती हैं- जब मैंने काम शुरू किया था तब अपने शरीर, अपने रंग को लेकर हर किसी में शर्मिंदगी थी. हर किसी को हरियाणवी एक्सेंट दिखा वह नया लगा, क्योंकि वह कभी दिखाया ही नहीं गया था.