अयोध्या-बाबरी विवाद में बाबरी मस्जिद की ओर से जो सबसे बुजुर्ग पैरोकार थे वो हाशिम अंसारी थे, जिन्होंने सालों तक मुकदमा लड़ा. अयोध्या की खूबसरती देखिए जब वह केस की पैरवी के लिए कचहरी जाते थे तो वह रामचंद्र परम हंस के साथ बैठकर रिक्शे से जाते थे, जो मंदिर के लिए लड़ाई लड़ रहे थे. हाशिम अंसारी की मौत की बाद उनकी जगह उनके बेटे इकबाल अंसारी मुद्दई बने. इकबाल अंसारी को राम मंदिर भूमि पूजन के लिए न्योता दिया गया है.