पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की गिरफ्तारी की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठ रहे हैं. सुबह दस बजे उनसे पूछताछ शुरू हुई और पौने दो बजे तक चलती रही. सीबीआई के अधिकारी आर पार्थसारथी उनसे पूछताछ कर रहे थे. उसके बाद उन्हें चार बजे के करीब सीबीआई की विशेष अदालत के जस्टिस अजय कुमार के चेंबर में पेश किया गया. यहां पर सीबीआई की वकील पदमिनी सिंह ने दलील दी और जवाब में कपिल सिब्बल विवेक तन्खा और अभिषेक मनु सिंघवी ने बहस की. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहत ने भी सरकार की तरफ से बहस की.सीबीआई की वकील ने कहा कि चिदंबरम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.अन्य आरोपियों के साथ आमने-सामने बिठा कर पूछताछ करना ज़रूरी है. चिदंबरम से जो दस्तावेज़ मांगे गए हैं वो उन्होंने नहीं दिए हैं. सीबीआई ने 5 दिन की रिमांड मांगी है.इसके बाद चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने उनका पक्ष रखा. कपिल सिब्बल ने कहा कि इसी केस में सह-अभियुक्त कार्ति चिदंबरम को 23 मार्च 2018 को ज़मानत मिल गई थी.