देश में पिछले साल 226 पत्रकारों को निशाना बनाया गया. इसमें उनकी हत्या, मारपीट और मुकदमें और धमकी देने जैसे मामले सामने हैं. इनमे से 114 पत्रकार सरकार निशाना बने. 13 पत्रकारों की हत्या हुई और 37 पकड़े गए. पत्रकारों पर आईपीसी की धाराओं के अलावा यूएपीए, एस/एसटी एक्ट जैसे कई कानूनों में मुकदमे हुए. ये आंकड़ा प्रेस फ्रीडम रिपोर्ट 2020 में सामने आये.