पूर्वी लद्दाख की गालवान घाटी में चीन के साथ जारी गतिरोध पर भारत ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि बल का सहारा लेकर जमीन पर यथास्थिति को बदलने की कोशिश न केवल सीमावर्ती क्षेत्रों में मौजूद शांति को नुकसान पहुंचाएगी, बल्कि इसका व्यापक असर द्विपक्षीय संबंधों पर भी प्रभाव पड़ेगा और प्रतिक्रिया भी हो सकती है. भारत ने मांग की कि बीजिंग पूर्वी लद्दाख में अपनी गतिविधियों को रोक दे. चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के लिए सैन्य गतिरोध को समाप्त करने का एकमात्र तरीका है.