हमारे देश में ट्रांसजेंडर सोसायटी काफी सालों से उपेक्षित जिंदगी जी रही थी. बहुत डिस्क्रिमिनेशन और चैलेंज देखे. लंबे संघर्ष के बाद उन्हें कनूनी मान्यता मिली. आज पहले नेशनल ट्रांसजेंडर अवार्ड में मिलते हैं उन लोगों से जिन्होंने इस कम्युनिटी के सहारा दिया.