केंद्र सरकार ने जब से पशु क्रूरता निरोधक अधिनियम के नए प्रावधान लागू किए हैं तब से गांव गांव में आवारा मवेशियों का मुद्दा भी बड़ा बन गया है. अब हालत ये हो गई है कि मवेशी या तो सड़कों पर मारे-मारे फिर रहे हैं या फिर खेतों में किसानों की फसलों को चट कर जा रहे हैं. नए प्रावधान को सरकार ने लागू तो किया लेकिन उस पर अमल के लिए कोई तैयारी नहीं की गई. हक़ीक़त ये है कि सरकार तैयारी कर भी नहीं सकती. यह समस्या इतनी बड़ी हो जाएगी कि एक दिन लोग अपने मवेशियों को लेकर विधायकों के घर छोड़ने लगेंगे. मध्य प्रदेश में ऐसा ही हुआ था. कुछ दिन पहले आवारा मवेशियों से परेशान किसान हांकते हुए प्रशासनिक दफ्तर के आंगन ले आए थे.