आरबीआई की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक नोटबंदी के वक्त 500 और 1000 रुपए के जितने पुराने नोट चलन में थे उनमें से 99.30% जमा हो गए. सवाल यही उठ रहे हैं कि कालाधन नहीं था तो नोटबंदी हुई क्यों? हम आरबीआई की रिपोर्ट पर लघु और मध्यम उद्योंगों से जोड़े कारोबारियों से उनकी राय जानने पहुंचे. नोटबंदी के फ़ायदे-नुकसान पर चर्चा अर्थशास्त्री करते रहेंगे लेकिन व्यापारी साफ़ कह रहा है उसके नुकसान की भरपाई अब तक नहीं हुई है. ऊपर से आरबीआई की रिपोर्ट ने उनके ज़ख़्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है.