देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी पर अंतिम प्रहार के लिए टीकाकरण कार्यक्रम (Vaccination Drive) शुरू हो चुका है. जिसमें 3 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन की शुरुआत हो गई है. इसके लिए दो स्वदेशी वैक्सीन, कोवैक्सीन और कोविशील्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है. वैक्सीन को लेकर सबके मन में जो शंकाएं हैं, उसे लेकर तमाम डॉक्टर्स जानकारी दे रहे हैं कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सेफ है. इस बीच एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है, “मैंने वैक्सीन ली है, वो भी कोवैक्सीन, जो भारत बायोटेक ने बनाई है. वैक्सीन लेने के बाद हमें गर्व का अनुभव हो रहा है कि देश में बनी वैक्सीन हमने ली. अफवाहों पर लोग ध्यान न दें. वैक्सीन को लेकर जो संशय है वो दुर्भाग्यपूर्ण है.”