गंगा उन सभी को बुला रही है जिन्हें वो साल में कई बार बुलाती रहती है. वो चाहती है कि वे सारे लोग उसका हाल देखें और बताएं कि उसका पानी साफ क्यों नहीं हुआ,पानी कम क्यों होता जा रहा है और गाद से भरी गंगा कब साफ होगी. अगर आपको मां गंगा ने कभी बुलाया है तो प्लीज इस वक्त बनारस जाइये क्योंकि वहां गंगा से जुड़ी दो योजनाएं आपसे कुछ पूछना चाहती हैं. नमामि गंगे के तहत साफ पानी नहीं दिख रहा है बल्कि पानी ही नहीं दिख रहा है और जलमार्ग बनाने के बड़े एलान का हाल ये है कि गंगा की गोदी में जब बालू और मिट्टी की गाद देखेंगे तो आपको सिर्फ गिल्ली डंडा खेलने का ख्याल आएगा, जहाज़ चलाने का नहीं. तीसरा सवाल है कि बनारस में जो पानी का अलर्ट जारी हुआ है उसकी नौबत क्यों आई. इन तीन सवालों के लिए गंगा सबको खोज रही है बल्कि फिर से बुला रही है. रविवार को पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा है कि गंगा में जमे गाद को हटाए बिना जलमार्ग का विकास नहीं हो सकता है. जब तक नदी अविरल नहीं होगी वो निर्मल भी नहीं होगी.