फेक न्यूज़ हर जगह है. हम पत्रकारों को लेकर भी फेक न्यूज़ गढ़ा गया. मुख्यधारा के चैनल और अखबार फेक न्यूज़ का धड़ल्ले से इस्तमाल कर रहे हैं. फेक न्यूज़ का एक ही मकसद है. आप भीड़ का हिस्सा बनें, दंगाई बनें और घर से बाहर न भी निकलें तो भी खाने की मेज़ पर बैठकर धारणाएं गढ़ते रहें कि देखो जी आज कल उनका दिमाग़ चढ़ गया है, वो ऐसे होते हैं, उन्हें ऐसे होना होगा, सबक तो सिखाना ही होगा.