आपातकालीन बैठक से ख़बरों में तेज़ी तो आ जाती है कि एजेंसिया हरकत में आ गईं हैं, लेकिन जब कर्मचारी नहीं होंगे तो आपकी गली में फॉगिंग मशीन लेकर कौन आएगा. पहले से एहतियात कौन बरतेगा. विधायक, मंत्री या सांसद दिखावे के लिए तो एक-दिन के लिए फॉगिंग कर सकते हैं, लेकिन उसके बाद मामला वहीं पहुंच जाएगा.