एम्स और सफदरजंग अस्पताल में फ़र्ज़ी डॉक्टरों का एक गिरोह पकड़ा गया. पुलिस के मुताबिक ये गिरोह छह साल से फ़र्ज़ी आई कार्ड और लेटरहेड के सहारे काम कर रहा था. पैसे लेकर मरीज़ों को भर्ती करा देता था. मगर कोई डॉक्टर कैसे फ़र्ज़ी हो सकता है. ये फ़र्ज़ी डॉक्टर क्या होता है. क्या इसे भी दवा लिखने आती है, इंजेक्शन देने से लेकर ऑपरेशन तक आता होगा.