भारत लंबे समय से अपनी युवा आबादी के लिए पहचाना जाता है. लेकिन सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत की कुल जनसंख्या में बच्चों और किशोरों की हिस्सेदारी 2011 और 2026 के बीच 9% घटना का अनुमान है. आसान शब्दों में कहें तो देश के भविष्य को दिशा देने वाला नया खून यानी कि इस देश की युवा आबादी पहले से कहीं अधिक तेजी से घट रही है.