Adani Group के अधिकारियों पर अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) के अभियोग को ग्लोबल इन्वेस्टर मार्क मोबियस ने फिजूलखर्जी बताया है. मंगलवार को समाचार एजेंसी IANS से बातचीत में मोबियस ने कहा कि ये अभियोग एक फिजूलखर्ची के अलावा कुछ नहीं है और एक बार डॉनल्ड ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद, विदेशी व्यवसायों के साथ सरकारी कार्यालयों को जोड़ने वाली ऐसी बेकार की कवायद शायद खत्म हो जाएगी.
मोबियस की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब अमेरिकी न्याय विभाग की स्वतंत्रता और अदाणी ग्रुप के खिलाफ उसके अभियोग के बारे में गंभीर सवाल उठ रहे हैं. सवाल ये भी कि क्या DoJ का इस्तेमाल 'राजनीति से प्रेरित कार्यों' के लिए किया जा रहा है!