सवाल विश्वसनीयता का है, सवाल पारदर्शिता का है. सभी तो नहीं लेकिन कई प्राइवेट अस्पताल बिलों को लेकर सवालों में रहे हैं. इतना ज़्यादा बिल कई बार आता है कि देने वाले को कुछ समझ नहीं आता है की क्या करें. अस्पताल के हिसाब से एक ही टेस्ट का बिल अलग-अलग हो जाता है. ओवरचार्जिंग के इन आरोपों पर एक सर्वे हुआ है जिसके रिपोर्ट चौंकाने वाली है.