मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जिन मुद्दों पर ख़ास निगाह बनी रहेगी उनमें से एक है कश्मीर का मुद्दा.बीते पांच साल में मोदी सरकार ने ये साफ़ कर दिया कि आतंकवाद के मुद्दे पर किसी तरह की रियायत या नरमी नहीं बरती जाएगी और आतंक से जुड़े लोगों के साथ सख़्ती से निपटा जाएगा.इस बार मोदी सरकार पहले से भी भारी बहुमत के साथ सत्ता में आई है और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गृहमंत्री जैसे अहम पद की ज़िम्मेदारी संभाली है.ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि कश्मीर को लेकर मोदी सरकार अपने एजेंडा पर और आगे बढ़ सकती है. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती इसे लेकर अपने एक ट्वीट में कुछ आशंका भी जता चुकी हैं.