कड़ाके की सर्दी में दिल्ली की सड़कों और जंगलों में हजारों बेघर खुले में सो रहे हैं. हालांकि सरकार ने करीब 20,000 बेघरों के लिए रैन बसेरों का इंतजाम कर रखा है. लेकिन इसके बावजूद हजारों बेघर सरकारी रैन बसेरों में नहीं रहना चाहते हैं. सरकारी इंतजाम की जमीनी हकीकत और सर्दी में बाहर सोने की कौन सी मजबूरी है. इन सब हालातों पर हमारी पड़ताल.