क्या कुछ सालों से छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है, क्या करोड़ों की स्वास्थ्य सामग्री खरीदी गई और एक तरह से कूड़े में डाल दी गई ... कम से कम प्रधान महालेखाकार यानी प्रिंसिपल अकाउंटेंट जेनरल ने जो खत छत्तीसगढ़ सरकार को लिखा है जिसकी एक्सक्लूसिव कॉपी एनडीटीवी के पास हो उससे यही साबित होता है ... इस खत में उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. छत्तीसगढ़ के अंदरूनी इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा न मिलने की खबरें आम है, लेकिन जो खत एनडीटीवी को मिला है वो ये बताता है कि कैसे स्वास्थ्य विभाग ने करोड़ों के ऐसे उपकरण खरीद लिये जिनको चलाने वाला कोई नहीं था.