Mumbai Local Blast: मुंबई लोकल ट्रेन में 11 जुलाई 2006 को हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में मारे गए लोगों की ऐसी कहानियां हैं, जो दिल को झकझोर देती हैं. पीड़ित परिवारों को अपनों को खोने के दो दशक बाद भी इंसाफ के इंतजार की आस को गहरा झटका लगा है. ऐसी ही एक दर्दभरी कहानी पराग सांवत की है. 11 जुलाई 2006 का वो मनहूस दिन... प्रमोशन की खुशी में सवार पराग ट्रेन की खिड़कियों से आ रहे ठंडी हवा के झोंकों के साथ घर जा रहा था. जहां उसकी मां, पत्नी उसका इंतजार कर रही थी, लेकिन पल भर में सब कुछ उससे छिन गया. पराग की ये कहानी आपका भी कलेजा चीर देगी... #MumbaiBlast #maharashtra #MumbaiLocal