पांच दिनों के बाद शिलांग शहर के अधिकतर हिस्सों में आज शांति रही, लेकिन तनाव बरकरार है. रात में कर्फ्यू जारी है, लेकिन दो सौ साल पुराने पंजाबी लेन में रहने वाले प्रवासियों के लिए जिंदगी में अब कुछ भी निश्चित नहीं. तनाव यहीं से शुरू हुआ था और यहां के खासी आदिवासी चाहते हैं कि इन लोगों को कहीं और बसाया जाए.