कोरोना के चलते कई फैक्ट्रियों का कामकाज प्रभावित हुआ था, अब मामलों में कमी आई है तो काम प्रोडक्शन बढ़ा और डिमांड में भी सुधार देखने को मिल रहा है. पहले के मुकाबले हालात बेहतर हुए हैं तो मजदूर भी कामों पर लौट रहे हैं लेकिन फैक्ट्री मालिक की मुश्किलें और चुनौतियां कम नहीं हुई हैं.