फेक न्यूज़ का एक और हमसफ़र है पेड न्यूज़. पैसा लेने का तत्व पेड न्यूज़ में भी है और फेक न्यूज़ में भी है. चुनावों में पेड न्यूज़ का क्या आतंक है आप किसी भी दल के उम्मीदवार से पूछ लीजिए. अब पेड न्यूज़ के कई तरीके आ गए हैं. चुनाव आते ही विपक्षी दलों के ख़िलाफ़ स्टिंग ऑपरेशनों की बाढ़ आ जाती है, सर्वे में विपक्ष को कमज़ोर बताया जाने लगता है. यूपी चुनाव में ग़लत सर्वे छापने को लेकर विवाद भी हुआ था. पेड न्यूज़ में होता यह है कि पैसा लेकर उम्मीदवार के बारे में ख़बर छपती है कि जनसैलाब उमड़ा, फलाना ढिमकाना की चल रही है लहर. इसी की नई पीढ़ी है फेक न्यूज़. हमने इंटरनेट पर पेड न्यूज को लेकर सर्च किया तो कई जानकारियां सामने आईं. आप जानते हैं कि हर चुनाव में पेड न्यूज़ पकड़ने के लिए राज्य स्तर और ज़िला स्तर पर चुनाव आयोग Media Certification and Monitoring Committees (MCMC) बनाता है.