आज आप के लिए एक ऐसे खिलाड़ी की कहानी लेकर आये हैं जिसके करियर की शुरुआत हार से हुई लेकिन इस खिलाडी ने हार नहीं मानी. इस खिलाड़ी के पिता कैंसर से पीड़ित हैं. कोरोना से कोच का देहांत हो चुका है. यह खिलाड़ी न कभी भारतीय टीम का हिस्सा बना, न रणजी ट्रॉफी में ही खेलने का उसे मौका मिला. लेकिन शानदार गूगली के वजह से आईपीएल का हिस्सा बनने के बाद इसने शानदार खेल दिखाया है.