किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) में एक बार फिर जान फूंकने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) ने ऐलान किया है कि आगामी मॉनसून सत्र में किसान संसद के बाहर धरना देंगे. इसके तहत 200 किसान हर रोज़ सिंघू बार्डर से संसद की तरफ़ मार्च करेंगे, ये कार्यक्रम 22 जुलाई से शुरू किया जाएगा. किसान नेता डॉ. दर्शन पाल (Dr Darshan Pal) ने बताया कि कृषि कानूनों के मु्द्दे पर आंदोलनरत किसान वापस तीनों बार्डरों पर लौटने लगे हैं. 22 जुलाई से हर रोज़ 200 किसानों का एक समूह संसद की तरफ़ मार्च करेगा. उन्होंने कहा कि पुलिस हमें जहां रोकेगी, रूक जाएंगे और गिरफ़्तारी देंगे. यह कोई ट्रैक्टर मार्च नहीं है.