कृषि कानूनों (Farm Laws) पर किसानों और सरकार के बीच गतिरोध टूटता नहीं दिख रहा है. किसान नेता दर्शनपाल सिंह (Darshan Pal singh) ने कहा है कि कृषि कानून डेथ वारंट जैसा है. सिंह ने कहा कि केंद्र की वार्ता की पेशकश में कुछ भी नया नहीं है. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्रालय और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से वार्ता में किसान नेताओं (Farmer Leaders) ने स्पष्ट कर दिया है कि कृषि कानूनों को रद्द करने से कम कुछ भी मंजूर नहीं है. साथ ही अगर सरकार कोई ठोस प्रस्ताव लाती है या कुछ नई पहल करती है तो वार्ता हो सकती है.