आलू कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है. उत्तर प्रदेश में आलू की पट्टी कही जाने वाली अलीगढ़ से लेकर शिकोहाबाद तक यही हाल है. किसान को बाज़ार में दाम नहीं मिल रहा है तो किसान पैसा देकर अपना आलू कोल्ड स्टोरेज से लेने नहीं आ रहा है. इस वजह से नई फ़सल के लिए अपना कोल्ड स्टोरेज खाली करने के लिए कोल्ड स्टोरेज मालिक आलू सड़कों पर फ़ेंक रहे हैं. थोक मंडी में किसान का आलू 1 रुपये किलो तक में भी नहीं बिक रहा.