बेरोज़गारी से ही कहना होगा कि अगर वह कहीं है तो सरकार को दिख जाए. क्योंकि सरकार के पास नौकरियों के जो आंकड़े हैं उससे लगता है कि बेरोज़गार नौकरी लेकर मुझसे व्हाट्स एप मेसेज से मज़ाक करते रहते हैं कि हमारी ख़बर दिखा दीजिए. हम बस नौकरी लेकर टीवी पर बेरोज़गार दिखना चाहते हैं. जिस रफ्तार से अलग अलग राज्यों के बेरोज़गारों के पास मेरे नंबर पहुंच जा रहा है कहीं मैं ही बेरोज़गार न हो जाऊं. आज दो बातें हुई. महेश व्यास ने आंकड़ा दिया है कि पिछले छह हफ्ते में तीन बार बेरोज़गारी की दर 10 प्रतिशत से अधिक हुई है. यह किसी भी स्तर से भयंकर है. दूसरी घटना यह हुई है कि आज महाराष्ट्र के इंजीनियरों ने मेरे फोन पर धावा बोल दिया. उनका दावा है कि वे संख्या में 75,000 हैं और सरकार उन्हें डिप्लोमा इंजीनियरों की भरती में शामिल नहीं होने दे रही है.