युवा वोटरों की संख्या बढ़ाने पर खूब सरकारी ज़ोर दिखता रहा है पर ये सफल कितना हो पाया ये कहना मुश्किल है. चार लोकसभा सीटों वाले मुंबई उपनगर का आँकड़ा बताता है कि जनसंख्या का सिर्फ़ 0.5% ही फर्स्ट टाइम वोटर है. कम से कम 3% होना चाहिए. ऐसे में अब हाउसिंग सोसाइटीज में भी रजिस्ट्रेशन कैंप लग रहे हैं.