मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों का हाल देखने के लिए किसी एक स्कूल में जाने की ज़रूरत नहीं है, हर तीसरे स्कूल में टूटी-फूटी इमारत..शिक्षकों की कमी, मिड डे मील की क्वालिटी और खराब रिज़ल्ट ..दिख सकता है। कांग्रेस कह रही है कि जांच करवाएंगे और बीजेपी मुंह छिपाने के बजाय सवाल उठा रही है।