गुजरात के छोटा उदयपुर जिले में पानी की भारी कमी से जूझते एक आदिवासी शख्स ने कमाल की मिसाल पेश की. जल संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए कदौली-मोहली गांव के रहने वाले कुशल भील अपने घर के ठीक सामने कुआं खोद रहे हैं. भील का कहना है कि वे मानसून की बारिश शुरू होने तक कुआं खोदना जारी रखेंगे. अब कुशल की तुलना दशरथ मांझी से की जा रही है.