डॉ. वीरास्वामी शेषैया ने जेस्टेशनल डायबिटीज मेलिटस पर बड़े पैमाने पर काम किया है. मधुमेह के इलाज के लिए प्रोटोकॉल विकसित करने के लिए उन्हें 2022 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. उन्होंने इस बीमारी को एक महामारी बताते हुए कहा कि मधुमेह के इलाज के बजाय मधुमेह की प्रारंभिक रोकथाम पर ध्यान देने की जरूरत है, जिससे भविष्य में किसी बच्चे को मधुमेह न हो.