आजाद भारत के सबसे बड़े और लंबे चल रहे किसान आंदोलन को आज एक साल पूरा हो गया है. तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग सहित कई और मांगों के लिए शुरू हुआ किसान आंदोलन इतना असरदार साबित हुआ कि केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करना पड़ा.29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में तीनों कानूनों को निरस्त करने की प्रक्रिया के लिए अलग से बिल पेश किया जाएगा. एक साल पूरा होने पर आज देश के कई राज्यों में किसान विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं.