गोरखा भी NRC से परेशान हैं. दिल्ली के जंतर मंतर पर ऑल असम गोरखा स्टुडेंट्स यूनियन ने प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि उनके समुदाय की संख्या 25 लाख के करीब है. एक लाख लोगों के नाम NRC में नहीं है. एक लाख में से 60,000 को डी लिस्ट में डाल दिया गया. यानि जो संदिग्ध हैं. डी वोटर को कई तरह के अधिकार नहीं मिलते हैं.