भारत में यह नया नहीं है, पुराने कपड़े पहनने के बाद छोटे भाई-बहनों या किसी अन्य जरूरतमंद को दे दिए जाते हैं. दोबारा इस्तेमाल इन कपड़ों को नए अवतार के साथ नया जीवन मिलता है, जिसे फैशन इंडस्ट्री में अपसाइकिलिंग कहा जाता है. रिनी मेहता और रोहन मेहता भाई-बहन हैं. उन्होंने पिटारा नाम का ऐसा ही कारोबार शुरू किया है, जिसमें पुरानी साड़ियों से झोले, थैले और ऐसी चीजें बनाई जाती है जो आधुनिक जीवनशैली में बेहद काम आती है.