दिल्ली के दक्षिणी पश्चिमी जिले में हरियाणा से सटे इसापुर गांव में सन्नाटा पसरा है. गलियां वीरान है और चौपाल बंद पड़ा है. एम्स में डाक्टर उमेश के घर पर 15 दिन के भीतर तीन मौतें हो चुकी हैं. 26 अप्रैल को जब डाक्टर उमेश के दादा कोरोना संक्रमित हुए तो दिल्ली में बेड की कमी से वो हरियाणा के रोहतक में ईलाज कराने गए. लेकिन पहले दादा दादी फिर 48 साल के उनके पिता की कोरोना से मौत हो गई. लेकिन तीन मौतों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से न कोई सर्वे न कोई टेस्ट करने पहुंचा.