Delhi Pollution: देश की राजधानी दिल्ली और नोएडा में कई मजदूर ऐसे हैं जिन्हें बीते कई दिनों से काम नहीं मिला। कंस्ट्रक्शन साइट्स सूनी हैं और मजदूर बेरोजगार। सरकार के मुताबिक दिल्ली में 90000 से ज्यादा मजदूर हैं, लेकिन सामाजिक संस्थाओं का कहना है कि वास्तविक संख्या इससे 12 गुना ज़्यादा है। तेरह लाख के करीब। सवाल है, क्या है इन मजदूरों का हिसाब।